Naya Chand Dekhne Ki Dua Aur Fazilat

Naya Chand Dekhne Ki Dua Aur Fazilat| नया चाँद देखने की दुआ और फजीलत:

आज के इस टॉपिक में हम Naya Chand Dekhne Ki Dua Aur Fazilat के बारे में मालूमात हासिल करेंगे, इस्लाम मज़हब के कुछ ख़ास महीनों में नए चाँद के देखने पर एक खास दुआ पढ़ी जाती है। यह दुआ हमें अल्लाह की बनाई हुई इस कायनात की किब्रियाई और शुक्रिया अदा करने का मौक़ा देती है, और साथ में हमें नए महीने की शुरुआत में ही अल्लाह की रहमत और अपनी बरकत की दुआ करने का मौका भी देती है।

Naya Chand Dekhne Ki Ahmiyat|नया चाँद देखने की दुआ की अहमियत:

इस्लाम में चाँद देखने की दुआ की की बहुत बड़ी अहमियत है। यह दुआ हमें याद दिलाती है कि हर नई चीज अल्लाह की रहमत से है और हमें हर नए महीने के लिए अल्लाह से खैर और बरकत की दुआ करनी चाहिए। यह दुआ हमें अल्लाह के साथ ताल्लुक़ और भरोसे को मजबूत करने का भी एक जरिया है।

Naya Chand Dekhne Ki Dua

इस्लामी तालीमात में नया चाँद देखते वक़्त यह दुआ पढ़ी जाती है:

اَللّٰهُمَّ أَهِلَّهُ عَلَيْنَا بِالْيُمْنِ وَالْاِيْمَانِ وَالسَّلَامَةِ وَالْاِسْلَامِ رَبِّىْ وَرَبُّكَ اللهُ

दुआ का तर्जुमा

ऐ अल्लाह, इस चाँद को हमारे ऊपर बरकत और ईमान और सलामती और इस्लाम के साथ और इन आमाल की तौफीक के साथ निकला हुआ रख जो तुझे पसंद है. ऐ चाँद, मेरा और तेरा रब अल्लाह है |

Naya Chand Dekhne Ki Dua ki Fazilat | दुआ की फजीलत

इस दुआ को पढ़ने की फजीलत यह है कि यह हमें नए इस्लामी महीने की शुरुआत में अल्लाह की रहमत और बरकत की दुआ करने का मौका देती है। यह हमें नए महीने के लिए एक पॉज़िटिव शुरुआत करने में मदद करती है और हमें अच्छी उम्मीदें देती है।

 

Naya Chand Dekhne Ki Dua

 Chand Dekhne Ka Tarika|चाँद देखने का तरीका

1. नया चाँद देखते वक़्त अपने दिल में अल्लाह की याद को ताजा करें।
2. फिर ऊपर दी गई दुआ को पढ़ें।
3. दुआ पढ़ने के बाद, अल्लाह से अपने लिए और अपने घर वालों ,रिश्तेदारों की खैर-आफ़ियत के लिए दुआएँ मांगें और ख़ूब खैर और बरकत की दुआ करें।

चाँद देखने का समाजी अहमियत 

इस्लाम में Naya Chand Dekhne Ka का सोशल इम्पोर्टेन्स भी है।चाँद देखने का ये वक़्त हम तमाम  मुसलमानों को एक साथ लाती है और उन्हें एक दूसरे के लिए खैर और बरकत की दुआ करने का मौका देती है। यह दुआ हम सब के दरमियान मुहब्बत ,इत्तेहाद और भाईचारे को मजबूत करती है। अल्लाह हम सबकी दुआओं को क़ुबूल फ़रमाये आमीन |

नोट- अगर आपको इस टॉपिक पर कुछ सवाल हैं तो आप कमेंट में पूछ सकते हैं|