Ayatal kursi in Hindi

अल्लाहु ला इला-ह इल्लल्लाहु-वल हय्युल 

क़य्यूमु ला तअ् खुज़ुहू सि-न तुंव-व ला नौम लहू मा

फि़स्समावातिं व मा फ़िल अर्ज़ि मन ज़ल्लज़ी यश् फ़उ 

अिन-द-हू इल्ला बिइज़्निही यअ्लमु मा बै-न एेदीहिम

व मा ख़ल-फ़ हुम व ला युहीतू-न बि शैइम मिन 

अिल्मि ही इल्ला बि-मा शा-अ व सि-अ

कुर्सि-युहूस्समावाति वल अर्ज़ि व ला यऊदु हू 

हिफ़्जुहुमा व हुवल अ़लीयुल अज़ीम

Ayatul kursi hindi tarjuma

शुरू करता हूं अल्लाह के नाम से जो बहुत मेहरबान रहमतवाला है

अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं वह जिंदा है वह हमेशा के लिए है उसे ना नींद आती है ना ऊंघ है जो कुछ आसमानों में है और जो कुछ जमीनों में है सब उसी अल्लाह का है कौन है जो उसकी इजाजत के बिना उसके पास सिफारिश करें? वह जानता है जो कुछ उसके सामने हैं और जो कुछ उसके पीछे हैं हालांकि वह इसके इनमें से कोई भी चीज उससे छुपी नहीं इसके तख्त में आसमान और जमीन शामिल है और वह इन सब की हिफाजत करते हुए कभी नहीं थकता वह अजीम है जबरदस्त है

Ayatal kursi ki Tafseer

  • अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं वह जिंदा हमेशा रहने वाला है
  • इसका मतलब यह है कि अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं और वह तमाम मखलूकात उसकी इबादत करती है उसके अलावा इबादत के लायक कोई चीज नहीं सिवाय इसके अल्लाह जिंदा है हमेशा रहने का मतलब यह है कि अल्लाह खुद मौजूद है और वह हमेशा जिंदा और ला जवाल है जो कभी नहीं मरता और हर चीज को संभालता है उसके मर्जी के बगैर कोई चीज मौजूद नहीं है
  • उसे ना ऊंघ आती है ना नींद आती है अल्लाह ताला नींद जैसी तमाम हाजतों से पाक है वह आला है और जो कुछ हम करते है वो उसको जानता है उसकी कामिल सिफात में यह हकीकत है कि उस पर कभी नींद नहीं आई।
  • जो कुछ आसमानों में और जो कुछ जमीनों में सब उसी का है इससे जाहिर होता है कि हर कोई अल्लाह का बंदा है इसकी कुदरत और अख्तियार के तहत है जमीन हो या आसमान हर चीज अल्लाह की मिलकियत में है।
  • कौन है? जो उसकी इजाजत के बगैर उसके पास सिफारिश करें कयामत के दिन इसकी इजाजत के बगैर उस की बारगाह में कोई सिफारिश नहीं कर सकता अल्लाह ताला ने वजाहत फरमाई है कि उसकी अदालत में कोई सिफारिश काम नहीं आएगी सिवाय इसके जिसको वह इजाजत दें वह जानता है जो उसके सामने है और जो उसके पीछे इसका मतलब यह है कि तमाम मखलुकात के बारे में उसका कामिल इल्म और मुकम्मल जानकारी है जो आने वाला और जो गुजर चुका है।
  • अल्लाह के तख्त में आसमान और जमीन शामिल है कुर्सी अल्लाह के अर्श की नुमाइंदगी करती है यह अजीम आयत अल्लाह के वजूद और कुदरत और इल्म की वजाहत करती है जो चीजें आसमान और जमीन में फैली हुई है वह उनकी हिफाजत करते हुए कभी नहीं थकता जो कुछ आसमान और जमीनों में है और जो कुछ अल्लाह की बादशाही में है उसकी हिफाजत और इंतजाम में अल्लाह को कोई परेशानी नहीं वह अजीम है जबरदस्त है और बुलंद है और सबसे बड़ा है इसके सिवा कोई इबादत के लायक नहीं और इसके सिवा कोई और नहीं । आयतल कुर्सी अल्लाह की वहदानियत और हक्कनियत का खुलासा बयान करती है।

  तो आज हमने Ayatal kursi hindi और Ayatal kursi की तफसीर हिंदी में पढ़ा और समझा उम्मीद करते हैं आपको ये पोस्ट informative लगी होगी।

Jazakallahu khair