Salam Karne Ke Adaab

Salam Karne Ke Adaab

सलाम करने के आदाब,Salam Karne Ke Adaab के बारे में आप सल्लल्लाहो वाले वसल्लम ने हमें क्या तालीम फरमाई है आइए जानते हैं

अल्लाह के रसूल सल्लल्लहू अलैहि वसल्लम ने फरमाया अल्लाह ताला से सबसे ज्यादा करीबी वह आदमी है जो दूसरे का इंतजार किए बगैर खुद सलाम में पहल करें।

इस्लाम में बेहतरीन काम यह है कि खाना खिलाओ और हर मुसलमान को सलाम करो चाहे जान पहचान हो या ना हो।

  • Salam Karne Ke Adaab में औरतें औरतों में इसका लिहाज रखेगी, सलाम में जान पहचान को base ना बनाए बल्कि मुसलमान होने को देखें और मर्द मर्दों में इसका ख्याल रखें।
  • बात करने से पहले सलाम किया जाए (तिर्मीजी शरीफ)
  • सवार पैदल चलने वाले को, और पैदल चलने वाला बैठे हुए आदमियों को, और ज्यादा आदमी कम आदमी को, और छोटा आदमी बड़े आदमी को सलाम करें (बुखारी शरीफ)
  • यहूदी और ईसाई को सलाम ना करो (मुस्लिम शरीफ)
  • हिंदू, सिख, यहूदी, और ईसाई, और मिर्जाई, सब अल्लाह का इन्कार करने वाले इसी हुक्म के अंदर आते हैं
  • जब मुलाकात के वक्त अपने भाई को सलाम कर लिया और दरमियान में दरख़्त या पत्थर या दीवार की आड़ आ गई फिर उसी वक्त दोबारा मुलाकात हो गई तो दोबारा सलाम करें (अबू दाऊद)

यह ना सोचें कि अभी आधा मिनट ही पहले तो सलाम किया हुआ है इतनी जल्दी दूसरा सलाम क्यों कर लूं।

  • जब किसी के घर में दाखिल हो तो वहां के लोगों को सलाम करो।
  • और जब वहां से जाने वाले हो तो उनको सलाम करके रुखसत हो।
  • जब अपने घर में दाखिल हो तो घर वालों को सलाम करो इससे तुम्हारी और घर वालों के लिए बरकत होगी (तिर्मीजी शरीफ)
  • जब कोई आदमी किसी का सलाम लाए तो यूं जवाब दें वा अलैका वा अलैहिस्सलाम (अबू दाऊद)
  • किसी मरीज की अयादत के लिए जाए तो सलाम को मुकम्मल करने के लिए उसकी पेशानी पर हाथ रख दिया जाए। जिस तरह हम लोग सलाम के बाद मुसाफा करते हैं उसी तरह हम मरीज की पेशानी पर हाथ रख कर सलाम की तकमील की जाए।

और आपस में सलाम करने की तकमील यह है कि ल उस से मुसाफा कर लिया जाए।

  • जब दो मुसलमान आपस में मुलाकात करते हैं तो मुलाकात करते वक्त आपस में मुसाफा करते है तो उनके अलग होने से पहले उनकी बख़्शिश कर दी जाती है। (तिर्मीजी शरीफ)

दोस्तों अगर आपको यह टॉपिक Salam Karne Ke Adaab पसंद आया हो तो इसको ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और सलाम करने से related अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप कमेंट करके जरूर बताएं

Jazakallah hu khair

Leave a Comment