Surah Quraish in Hindi with Translation

Surah Quraish in Hindi with Translation

Surah Quraish in Hindi

आउजु बिल्लाही मिनश शैतानिर्रजीम

بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

बिस्मिल्लाह हित्रह्मनिर्रहीम

لِاِيۡلٰفِ قُرَيۡشٍۙ

लि इलाफि क़ुरैश

اٖلٰفِهِمۡ رِحۡلَةَ الشِّتَآءِ وَالصَّيۡفِ

इलाफ़िहिम रिहलतश शिताई वस सैफ़

فَلۡيَعۡبُدُوۡا رَبَّ هٰذَا الۡبَيۡتِۙ

फ़ल यअबुदू रब्बा हाज़ल बैत

الَّذِىۡۤ اَطۡعَمَهُمۡ مِّنۡ جُوۡعٍ

अल्लज़ी अत अमाहुम मिन जुआ

وَّاٰمَنَهُمۡ مِّنۡ خَوۡفٍ

व आमना हुम मिन खौफ़

surah quraish in hindi

surah quraish in english text

Li Ilaafi Quraish

Ilaafihim Rihlatash Shitaai Was Saif

Fal Ya Abudu Rabba Hazal Bait

Allazi At Amahum Min Jooa

WaAa manahum Min Khauf

 

Surah Quraish ka Tarjuma in Hindi

कुरैश को सफर में उल्फत का सहारा दिया

उनको जाड़े और गर्मी के सफर में बड़ी सहुलत हासिल रही

उनको उस घर(काबा) के मालिक(अल्लाह)की इबादत करनी चाहिए

जिसने उनको भूख में खाना खिलाया

और खौफ से बचाकर अमन में रखा

Surah Quraish ki Tafseer

अरब में कुरैश नाम का कबीले बहुत मशहूर हुआ करता था इसलिए कबीले में हमारे नबी अकरम सल्लल्लाहो वाले वसल्लम पैदा हुए तिजारत के मामले में सूझबूझ और शराफत में इनका बड़ा नाम था और यही कबीला काबा की देखरेख करता था अल्लाह के घर का हमसाया और काबा का खादिम होने की वजह से इस कबीले के एक एक आदमी की इज्जत की जाती थी जहां जाते थे लोग हाथ तो हाथ इन लोगों को उठा लेते थे जाड़े में इनका तिजारती काफिला यमन की तरफ चलता और गर्मियों में मुल्के शाम की तरफ लोग इन को बहुत चाहते थे तोहफे देकर इनका इस्तकबाल करते लड़ाई झगड़े में कबायली लोग मारपीट करते हैं मगर काबा का खादिम होने के वजह से इन पर कोई हाथ नहीं डालता था सब इनका अदब और इज्जत करते थे, हरम के अदब से चोर डाकू और हमलावर भी यहां नहीं आते थे अल्लाह ने इस मामले में सरकर दो आलम सल्लल्लाहो वाले वसल्लम को पैदा फरमाया अल्लाह ने कुरैश को अपने सबक याद दिलाया की काबे शरीफ की वजह से तुम को रोजी और इज्जत और अमन हासिल है इसीलिए इस घर के मालिक की बंदगी तुम पर लाजिम है। to dosto ye tha aaj ka hamara topic Surah Quraish in Hindi with Translation.

Leave a Comment