Kapde Pahanne ke Adaab

Kapde Pahanne ke Adaab

दोस्तों आज हम Kapde Pahanne ke Adaab के बारे में बात करेंगे यानी इस्लामी तरीका कपड़ा पहनने का क्या है किस तरीके से अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहो वाले वसल्लम कपड़ा पहनते थे और शरीयत में किस तरीके के कपड़ा पहनना चाहिए तो चलिए शुरू करते।

Kapde pahanne ka sunnat tarika

कपड़ा पहनने का सुन्नत तरीका यह है कि अगर कोई आदमी लुंगी पहले तो उस तरह की उसके घुटने खुले ना रहे यानी कोई भी कपड़ा हो जिसमें अगर आपका घुटना नजर आ रहा है तो ऐसे कपड़े को पहनना मना है

कुर्ता पहनना कुर्ते की तरह हर वह कपड़ा जो पूरी आस्तीन का हो जिससे पीछे का हिस्सा ढका रहे।

गोल टोपी हो दो पल्ली टोपी और हर वो टोपी जिसमें किसी दूसरे मजहब के लोगों की similaerty ना पाई जाती हो इसलिए टोपी को पहनना जायज है।

पायजामा पहना सलवार पहनना है छोटी मोहरी का पायजामा जो ना ज्यादा चौड़ा हो और ना पतला हो पहन सकते हैं।

हमेशा इस तरह कोई का कपड़ा पहनना चाहिए जिसको पहनने के बाद आदमी को सादगी का इहसास हो, ऐसा ना हो कि आदमी कपड़ा पहने उसके बाद उसके अंदर तकब्बुर और घमंड पैदा होने लगे तो इस तरह का कपड़ा जिसको पहनने से इंसान के अंदर तकब्बुर आने लगे नाजायज है।

नया कपड़ा पहनकर यह दुआ पढ़ना चाहिए

Naya Kapda Pahanne Ki Dua

अल्हम्दुलिल्लाहि ल्लजी कसानी मां उवारी बिही औरती वा अताजम्मलू बिही फि हायती।

बिना टोपी के पगड़ी बांधना सुन्नत के खिलाफ है। काली पगड़ी बांधना और उसका शिमला छोड़ना सुन्नत है।

कपड़ा उतारते वक्त बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ें पहले बाया हाथ आस्तीन से निकाले फिर दाया हाथ इसी तरह सलवार और पायजामा उतारते वक्त पहले बायां पैर निकाले और फिर दाया पैर निकाले।

Ye bhi padhe-

Kurta pahanne ke adaab

पुराना कुर्ता को पेवांद लगा कर पहेन सकते है।

बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम  से शुरु करना।

दाहिनी आस्तीन में पहले दाया हाथ डालना फिर बाया हाथ डालना

फिर सर में डालकर कुर्ते को सही करना

फिर यह दुआ पढ़े

अल्हम्दुलिल्लाहि ल्लजी कसानी हाजा मिन गैरी हौलिम मिन्नी वाला कुव्वाह।

Alhamdulillah hillazi kasani haaza min gairi haulim minni wala kuwwah।

Paijama pahanne ke Adaab

बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़कर शुरू करना

बैठकर पजामा पहनना

पहले दाहिने पैर में पैर डालना फिर बाय पैर में डाल कर खड़े होकर बांधना

पायजामा सलवार पहने तो दाहिने पैर में फिर बाएं पैर में ,कमीज पहने तो पहले दाहिने हाथ में फिर बाए हाथ में, इसी तरह सदरी और जूता पहने तो पहले दाहिने तरफ से फिर बाएं तरफ से और जब उतारे तो पहले बाएं तरफ का उतारे फिर दाएं तरफ का उतारे और बदन की पहनी हुई चीज को उतारने का यही तरीका है।

तो दोस्तों आज हमने जान लिया इस टॉपिक Kapde Pahanne ke Adaab में कपड़े पहनने की आदाब कुर्ता पहनने पजामा पहनने का आदाब किस तरीके का कपड़ा पहनना चाहिए और किस तरीके से कपड़ा पहनना चाहिए और किस तरीके से कपड़ा उतारना चाहिए अल्लाह के रसूल ने पैसे कपड़े को पहनना मना किया है तो दोस्तों यह तरीका था कपड़ा पहनने का और पजामा पहनने का कुर्ता पहनने का सुन्नत तरीका।

अगर आप कोई टॉपिक पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करिए ताकि दिन की मालूमात ज्यादा से ज्यादा लोगों के पास पहुंच सके।

                                                         jazakallah hu khair

1 thought on “Kapde Pahanne ke Adaab”

Leave a Comment