Ayat e karima in hindi

Ayat e karima in hindi

आयते करीमा के बहुत से फायदे हैं और यह पढ़ने में बहुत ही आसान है
Ayate karima कुरान मजीद की एक बहुत ही मशहूर आयत है जो दुनिया भर के लाखों मुसलमान रोजाना तिलावत और उसकी मश्क़ करते रहते हैं लोगों के बीच इन आयात की इतनी तवज्जो हासिल करने की वजह यही है क्योंकि इनके फायदे अनगिनत हैं क्योंकि वह हर मसाइल के हल और फायदे के साथ जिंदगी के तमाम पहलू को कवर करती हैं। आज के इस टॉपिक Ayat e karima in hindi में हम इसके बारे में बात करेंगे 

 इस आयत को ये नाम क्यों दिया गया बुनियादी तौर पर हिंदुस्तान पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुसलमानों में ये नाम Ayat e karima नाम से मशहूर है हम इसे तिलावत करके और इसे अपनी जिंदगी का हिस्सा बना कर सुकून हासिल कर सकते हैं इसके बड़े फायदे हम हासिल कर सकते हैं

आयते करीमा क्या है

पहले जान लेते हैं कि आयते करीमा क्या है
आयते करीमा एक दुआ है जिसे हजरत यूनुस अलैहिस्सलाम ने व्हेल मछली के पेट में फस जाने के बाद कुरान की यही आयत पढ़ी थी जिसके बाद अल्लाह ने हज़रत युनुस अलैहिस्सलाम पर रहम किया और उन्होंने जब यह अल्फाज पढ़ा तब मछली ने उन्हें बाहर आकर बिना किसी नुकसान के उगल दिया और वह सही सलामत जिंदा बच गए।

Ayat e karima in hindi

 لاَّ إِلَـهَ إِلاَّ أَنتَ سُبْحَـنَكَ إِنِّى كُنتُ مِنَ الظَّـلِمِينَ

ला इलाहा इल्ला अनता सुब्हा-नका इन्नी कुन्तो मिनज़्ज़ालिमींन

La Ilaha Illa anta subhanaka inni kuntu Minaz zalimeen.

Ayat e Karima benefits -आयते करीमा के फायदे

आयते करीमा के बहुत से फायदे हैं। Ayat e karima एक ऐसी दुआ है जिससे को पढ़ने के बाद अल्लाह से दुआ करने पर अल्लाह ताला कितने भी बड़े गुना हो उससे माफ कर देते हैं जब हमारे पास खुदा के जरिए हमारे गुनाहों को माफ करने की बात आती है जैसा कि हम सब जानते हैं कि व्हेल मछली के जरिए जिंदा रखा जाने के बाद इन कलिमात की तिलावत करने पर अल्लाह ताला ने उन्हें मछली के पेट से कैसे निकाल लिया जैसे उन्हें कुछ हुआ ही नहीं और अल्लाह ने हजरत युनुस अलैहिस्सलाम को माफ फरमा दिया।


हमारे गुनाह कितने भी बड़े क्यों ना हो हमें अल्लाह का शुक्र अदा करना चाहिए और उसने हमें हमारे बुरे आमाल को साफ करने के लिए ऐसा ताकतवर कलिमात अता फरमाए हैं जिसकी वजह से कितने भी बड़े गुनाह जैसे ज़िना वालदेन की नाफरमानी, चोरी, डकैती, और बड़े-बड़े गुनाह क्यों ना हो अल्लाह माफ करने वाला है।

 

 Ayate Karima for hajat आयते करीमा से मसाइल का हल

अल्लाह ताला ने इस आयत की तिलावत करने पर हमें न सिर्फ यूनुस अलैहिस्सलाम को माफ किया बल्कि व्हेल मछली को भी हिदायत दी कि वह युनूस अलैहिस्सलाम को महफूज करे और अल्लाह का हुक्म माने।

यूनुस अलैहिस्सलाम का किस्सा पढ़कर हमें मालूम हुआ की Ayat e karima ना सिर्फ अल्लाह की खुशी को रागिब करने की ताकत रखती है बल्कि दुनिया के भी मसाइल को हल कर सकती है।


कुछ खास फायदे जो हम आयते करीमा से हासिल कर सकते हैं वह यह है

अच्छी सेहत के लिए आयते करीमा

किसी भी माज़ूरी या कमजोरी और जिस्मानी मसाइल या सेहतमंद जिंदगी पाने के लिए आप आयते करीमा की तिलावत कर सकते हैं

जानलेवा बीमारी का इलाज जैसे कैंसर, दिल की परेशानियां, डायबिटीज, एचआईवी, हेपेटाइटिस को आप आयते करीमा के जिक्र से दूर कर सकते हैं।

दिमागी बीमारी

तनाव, उलझन,टेंशन, अकेलापन,चिड़चिड़ा पन और और भी इसी तरह के मानसिक बीमारियों को आप आयते करीमा के जिक्र से दूर कर सकते हैं।

रिश्तेदारी की कामयाबी और परेशानी

हर तरह के जिंदगी से रिलेटेड मसाइल को हल करती हैं अच्छी बीवी की तलाश करने में आसानी होती है शौहर और बीवी के बीच में मुहब्बत बढ़ाती है। घर में लड़ाई झगड़े,फसाद को खत्म करती है

कारोबार में बढ़ोत्तरी के लिए

पैसे की तंगी को दूर करती है। गैब से रिज्क में बरकत अता करती है। कारोबार में बरकत देती है

अच्छा रोज़गार तलाश करने में, इम्तिहान में कामयाबी, इल्म में इजाफा के लिए पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए जाने खुद की बेहतरी और खुद की तरक्की के लिए मुस्तकबिल में आगे बढ़ने के लिए अपने किरदार और शख्सियत को बेहतर बना सकते हैं

शर्म, शर्मिंदगी, खुद इत्मादी (self confidence) एतमाद और बहादुरी के फैसले की ताकत में तब्दील किया जा सकता है हर तरह के खतरे और नुकसान से हिफाजत हासिल की जा सकती है

किसी भी तरीके के हादसात की सूरत में जिस्मानी नुकसान को नाकाम बनाया जा सकता है अगर आपके दुश्मन हैं जो मुस्तकिल तौर पर आप को नाराज कर रहे हैं आपका नुकसान कर रहे हैं आपको तकलीफ पहुंचाने पर तुले हुए हैं तो आप इस अमल को कर सकते हैं और आयते करीमा को आप पढ़ सकते है

अल्लाह की रहमत और रजा हासिल करने में

आयते करीमा की तिलावत कर कर आप अल्लाह की रहमत और रजा हासिल कर सकते हैं तौबा एक ऐसा अमल है जिससे आप अल्लाह की रहमत को अपनी तरफ ला सकते है, हकीकत यह है कि इंसान अल्लाह का शुक्र गुजार और ना शुका है यहां तक कि जब हमें लगता है कि हमने कोई गलत काम नहीं किया है तब भी हम गलतियां कर रहे हैं अगर अल्लाह हम पर अपनी रहमत का साया ना करें और हम पर गुस्सा हो तो हम और क्या मांग सकते हैं ?


हम अल्लाह से सिर्फ तौबा कर सकते है क्योंकि अगर हमारा खालिक हमसे राजी होता है तो हम दुनिया और आखिरत दोनों में कामयाब होते हैं इसीलिए इस आयते करीमा जो हमारे दिल को नरम बनाती है और हमारी दुआओं को हमेशा जवाब दे होती हैं और अल्लाह से मिलाती हैं।इस आयते करीमा का जिक्र करके उसका वजीफा करके हम अल्लाह से तौबा कर के अपने गुनाहों की मगफिरत पा सकते हैं और अपनी इबादत को अल्लाह के नजदीक कबूल करवा सकते हैं।


हमने यूनुस अलैहिस्सलाम की कहानी से जो सबक सीखा है वह ये है कि जो अल्लाह किसी को आजमाइश में डालता है तो वह भी उन्हें तौबा करके इसकी तरफ लौटने का मौका भी देता है यहां तक कि अगर हमने ऐसा कोई काम किया है जो खुदा को नापसंद आ जाओ तब भी हमारे पास दूसरा रास्ता मौजूद है वो है तौबा क्योंकि उसकी रहमत हर चीज से बड़ी है

आयते करीमा से ज़्यादा फायदा कैसे हासिल करे

ज्यादा से ज्यादा फायदे को कैसे यकीनी बनाया जाए सिर्फ दो बार आयते करीमा की तिलावत करना है और उस आयते करीमा के असर को देखने का पक्का यकीन करना ही काफी नहीं, या रातो रात एक करामत की ख्वाहिश करने के बजाए एक प्लान के साथ और मुस्तकिल तौर पर तब्दीली लाने की कोशिश करें जो आपको दुनिया और आखिरत दोनों में कामयाबी अता करेगी

अगर आपको इस की रहमत और मोहब्बत में शक है तो खुदा की तरफ आने का क्या फायदा? जब हम इसकी दलील पर कायम हो जाते हैं कि अल्लाह सबसे ज्यादा रहम करने वाला और माफ करने वाला है तो हम अपने ईमान को और ज्यादा मजबूत होने देते हैं और इसके अच्छे नतीजे हासिल होते हैं।

सब्र करना जब हम आयते करीमा की तिलावत करना शुरू कर देते हैं तो हम तुरंत नतीजा हासिल करने का लालच महसूस करते हैं और इससे हमारी रफ्तार टूट जाती है एक बार जब हम सब्र खो देते हैं तब हम शैतान को छलांग लगाने और कामयाबी और तौबा के रास्ते से हटाने की इजाजत देते हैं।

दुनिया के तमाम मर्ज तमाम तरह के दिमागी प्रॉब्लम और तमाम तरीके के मसाइल और परेशानी का हल इस आयते करीमा में है इस बात की डिटेल आज के इस टॉपिक Ayat e karima in hindi में ऊपर बताया गया है

Ayat e karima ka wazifa

अगर आपने रोजाना सुबह शाम पाबंदी के साथ अव्वल आखिर दरूद शरीफ पढ़ कर 11,11 मर्तबा आयते करीमा की तिलावत की तो इंशाल्लाह आपकी जिंदगी में बहुत अच्छे नतीजे नजर आएंगे और आपकी हर दिली ख्वाहिश पूरी होगी।

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