Eid ki Namaz Ka Tarika

Eid ki Namaz Ka Tarika 2024। ईद की नमाज का तरीक़ा|

अस्सलामुअलैकुम दोस्तों आज के इस टॉपिक में हम Eid ki Namaz Ka Tarika ईद की नमाज़ का तरीका जानेंगे| ईदैन यानि Eid Ul Fitr ईद उल फ़ित्र और Eid Ul Azha ईद उल अज़हा की नमाज़ वाजिब है मगर हर किसी पर वाजिब नहीं है। जिन लोगों पर जुमे की नमाज़ वाजिब है उन्ही लोगों पर ईद की नमाज़ भी वाजिब है जुमा और ईद की नमाज़ों इतना फ़र्क़ है की जुमे की नमाज़ में खुत्बा शर्त है और ईद की नमाज़ों में खुत्बा सुन्नत है और जुमे का का खुत्बा नमाज़ से पहले पढ़ा जाता है और ईद का खुत्बा नमाज़ के बाद दिया जाता है।
अब आगे हम Eid ki Namaz Ka Tarika जानेंगे।

Eid ki Namaz Ka Tarika

Eid ki Namaz ka Tarika ये है की सबसे पहले नमाज़ की नियत इस तरह करेंगे मैं नियत करता हूँ दो रकअत नमाज़ वाजिब ईदुल फ़ित्र की ज़ायेद 6 तक्बीरों के ,पीछे इस इमाम के मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर कहते हुए दोनों हाथों को कानो तक उठाएं फिर नाफ के निचे बाँध लें | नियत दिल के इरादे का नाम है अगर दिल में इरादा कर लिया फिर भी नियत हो जाएगी इसके बाद सना पढ़ेंगे
फिर दोनों हाथों को कानो तक अल्लाहु अक्बर कहते हुए उठाएंगे और हाथ को छोड़ देंगे
फिर कानों तक हाथ उठाएं और अल्लाहुअक्बर कहते हुए हाथ छोड़ दें
फिर दोनों हाथ को कानो तक उठाएं और अल्लाहु अक्बर कहते हुए हाथ बाँध लें
(यानि पहली तकबीर में हाथ बांधना है फिर दूसरी और तीसरी तकबीर में हाथ छोड़ देना है उसके बाद चौथी तकबीर में हाथ को बाँध लेना है )
उसके बाद आऊज़ुबिल्लाही मिनश शयतानिर्रजीम और बिस्मिल्ला हिर्रहमानिर्रहीम पढ़ कर सूरह फातिहा पढ़ लें उसके बाद कोई सूरह मिलाएं
उसके बाद रुकु करें, दो सजदे करें दूसरी रकत के लिए खड़े हो जाएं सूरह फातिहा पढ़े और कोई दूसरी सूरह मिलाएं उसके बाद दोनों हाथों को अल्लहु अकबार कहते हुए कानों तक उठाएं और हाथ को छोड़ दें इसी तरह तीन बार तकबीर कहें और हाथों को छोड़ दें।
चौथी बार बिना हाथ को उठाये अल्लाहुअक्बर कहे और रुकू में चले जाएं इसी तरह मालूम हुआ की ईद की नमाज़ में 6 तकबीरें ज़्यादा होती है तीन पहली रकत में किरात से पहले और तीन दूसरी रकत में किरात के बाद। ईद के दिन मुस्तहब है की पहली रकत में सूरह आला और दूसरी रकत में सूरह गाशिया पढ़ें। नमाज़ के बाद में इमाम साहब दो खुत्बा देंगे उसके बाद दुआ करके ापाप अपनी नमाज़ मुकम्मल करेंगे।

Eid Ka Pehla Khutba

ALLAH HU AKBARU’ ALLAH HU AKBARU’ LA ILAAHA il lallahu wallahu AKBARU’ Walil lahil Hamad nahmaduhu wa nasta’eenuhu wa nastaghfiruh, wana’oodhu billaahi min shuroori anfusinaa wa min sayyi-aati a’maalinaa,,wa ash-hadu an laa ilaaha ilallaah, wahdahu laa shareeka lah, wa ash-haduanna muhammadan ‘abduhu wa rasooluh. Amma baad ! Qalan Nabiyyu sal lallahu Alyhi wasallam ‘Inna li kulli Qomin Eidan Wa Haza Eiduna Aaudo Billah e mi Nash shytanir rajeem Bis millahir Rahmanir Raheem ‘ Qul huwallahu Ahad •Allah hus samad Lam yalid Walm yu Lad Walm Yakun l Lahu kufoowan Ahad.

• Sada Qal Laahul Azeem •

Eid Ka Dusra Khutba

ALLAH HU AKBARU’ ALLAH HU AKBARU’ LA ILAAHA il lallahu wallahu AKBARU’ Walil lahil Hamad Alhamdulillahi Rabbil Aalameen Wal Aqibatu lil Muttaqim Allah humma Salli Alaa Muhammad Wa Aalaa Aali Muhammad Wa Barik Wassalim • Allah humma Irfa Annal Blaa A Wal Wbaa A Inna-llaaha ya-muru bil-‘adli wal-ihsaan, wa eetaa-i dhil-qurbaa, wa yanhaa ‘anil-fah-shaa-i wal-munkari wal-baghee, ya’idhukumla’allakum tadhakkaroon.

Eid ki namaz ka waqt। ईद की नमाज का वक़्त।

ईद की नमाज का वक़्त एक नेज़ा सूरज बुलंद होने से आधे दिन तक होता है,अगर किसी वजह से ईद की नमाज़ पहले दिन नहीं पढ़ी गई जैसे तेज़ बारिश की वजह से तेज़ आंधी आने की वजह से ईद की नमाज़ दुसरे दिन पढ़ सकते है मगर तीसरे दिन ईद की नमाज़ नहीं होगी

Eid ul Azha Ki Namaz Ka Waqt

ईद उल अज़हा की नमाज़ का वक़्त ईद उल फ़ित्र की तरह है लेकिन कुछ चीज़ों में फ़र्क़ है जैसे नमाज़ से पहले कुछ न खाना,अगर क़ुरबानी न करनी हो फिर खा लिया तो कोई बात नहीं ,रास्ता में बुलंद आवाज़ से तकबीर ए तशरीक़ कहते हुए जाये और ईद उल अज़हा की नमाज़ किसी वजह से अगर पहले दिन नहीं पढ़ी गई जैसे तेज़ बारिश की वजह से तेज़ आंधी आने की वजह से ईद की नमाज़ बारहवीं तक पढ़ सकते हैं और बिना किसी वजह से दसवीं ज़िल्हिज्जा का नहीं पढ़ सकते |

Takbeer e Tashreeq Kya Hai |तकबीर ए तशरीक क्या है।

9 वीं ज़िल्हिज़्ज़ा की फज़्र से लेकर 13 वीं ज़िलहिज़्ज़ा की असर तक पांच नमाज़ों के फ़र्ज़ नमाज़ के बाद बुलंद आवाज़ से 1 बार तकबीर इ तशरीक़ कहने वाजिब है और तीन बार कहना अफ़ज़ल है इसे तकबीर इ तशरीक़ कहते है।

اللَّهُ أَكْبَرُ اللَّهُ أَكْبَرُ لَا إلَهَ إلَّا اللَّهُ وَاَللَّهُ أَكْبَرُ اللَّهُ أَكْبَرُ وَلِلَّهِ الْحَمْد

Allahu Akbar Allahu Akbar la ilaha illallah, Wallahu  Akbar, Allahu Akbar Wa lillahil  Hamd

Takbeer e tashreeq

Ye Takbeer Jume ki namaz ke baad bhi wajib hai vitr aur sunnat ke baad nahi.

ye bhi padhe:-

Qurbani ki fazilat

Qurbani karne ka Tarika?

 

तो दोस्तों आपको इस Eid ki Namaz Ka Tarika टॉपिक के बारे में कुछ सवालात है तो आप कमेंट में पूछ सकते हैं

1 thought on “Eid ki Namaz Ka Tarika”

Leave a Comment