Surah humazah मक्के में नाजिल हुई यह कुरान की शुरुआती सूरत में से है जब हर तरफ तमाम मक्के में इस्लामी बुराइयां फैली हुई थी इस सूरह में 9 आयतें हैं और 1 रुकू हैं। Surah humaza in hindi with translation में कुछ इख्लाकी यानी व्यवहारिक बुराइयों के बारे में बताया गया है इस बुराईयों से होने वाले अज़ाब के बारे में भी बताया गया है।
Surah humaza in hindi । सूरह हुमजह हिन्दी में
#1- वैलुल लिकुल्ली हुमा ज़तिल लुमाजह
#2- अल्लज़ी जमआ मालव व अद ददह
#3- यह सबु अन्ना मा लहू अख् लदह
#4- कल्ला लयुम बज़न्ना फिल हुतामह
#5- वमा अदराका मल हुतामह
#6- नारुल लाहिल मूक़दह
#7- अल्लती तत तलिऊ अलल अफइदह
#8- इन्नहा अलैहिम मु’ सदह
#9- फ़ी अमादिम मुमद ददह
Surah humaza in English text
Bismilla hirrahmanirraheem
#1- Wailul Likulli Humazatil Lumazah
#2- Allazi JaMa Aa Maalaw Wa Ad Dadah
#3- Yah sabu Anna MaLahu Akhladah
#4- Kalla Layum Bazanna Fil Hutamah
#5- Wama Adraka Mal Hutamah
#6- Naarul Laahil Mooqadah
#7- Allati Tat Taliu Alal Af’idah
#8- Innaha Alaihim Mu’sadah
#9- Fi Amadim Mumad Dadah
Surah Humazah Translation in Hindi
सूरह हुमजह का हिंदी तर्जुमा
#1- हर उस आदमी के लिए बर्बादी है जो पीठ पीछे ऐब लगाने वाला है और मुंह पर ताना देने वाला है
#2- जिसने माल जमा किया हो और गिन गिन कर रखता हो
#3- और वो समझता है उसका ये माल हमेशा उस के साथ रहेगा
#4- बिल्कुल नहीं वो ज़रूर तोड़ फोड़ कर रख देने वाली जहन्नम में फेंक दिया जायेगा।
#5- और आपको पता भी है कि हुतामह (तोड़ फोड़ कर रख देने वाली) चीज़ क्या है
#6- वो अल्लाह की भड़काई हुई आग है
#7- जो दिलों तक जा पहुंचेगी
#8- यक़ीनन वो आग उन पर बंद कर दी जाएगी
#9- वो (आग के) लम्बे लम्बे खम्भो में (घिरे हुयी होंगी)
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सूरह हुमजह की तफसीर
सूरह हमजा में कुछ इख्लाकी यानी व्यवहारिक बुराइयों के बारे में बताया गया है। जो उन दिनों अरब के जहिलियत के समाज में वहां के माल दारों के अंदर पाई जाती थी,माल वा दौलत और शानो शौकत में वह लोग मस्त थे, एक दूसरे को ताना दिया करते थे, एक दूसरे को आपस में चुगलियां करके लडवा देते थे, भाइयों में फूट डाल देते थे, पीठ पीछे बुराई करते थे अपने आप को तो नहीं देते थे लेकिन दूसरे की बुराई को जरूर देख लेते थे और यह सब उन में इसलिए था कि वह अपनी दौलत के नशे में चूर थे
यह 3 बुराइयां खास तौर पर इस सूरह में बयान किया गया है।और इस बुराईयों से होने वाले अज़ाब के बारे में भी बताया गया है।
1- मुंह पर ताना देना
2- पीठ पीछे बुराई करना
3- माल को गिन गिन कर रखना
यह बुराइयां उनके समाज में मौजूद थीं लेकिन वह मौत को भूले हुए थे बस उनको अपनी दौलत को गिन-गिन कर रखने का शौक था और इस दौलत को नेकी की राह में खर्च करने से कंजूसी करते थे वह समझ बैठे थे कि यह दौलत कभी भी उनका साथ नहीं छोड़ेगी और इनको यह कभी भी खयाल नहीं था कि एक वक्त ये सब माल दौलत छोड़ कर अकेले ही जाना पड़ेगा और एक ढेला भी इनके साथ नहीं जाएगा।
ऐसे लोगों का अंजाम
उसके बाद इनको बताया गया कि हिसाब किताब के दिन ऐसे लोगों का क्या अंजाम होगा क्योंकि दुनिया में ऐसे लोग फलते फूलते ही नजर आते हैं और ऐसे लोग मौत से गाफिल होते हैं इनके खयाल में सिर्फ यही दुनिया की जिंदगी है और फिर मरने के बाद सब कुछ खत्म हो जाना है ।
इस सूरह में जहिलियत की सरदारी का एक नमूना पेश किया गया है ऐसे लोगों को इनके अंजाम से खबरदार किया गया है इन लोगों के लिए अल्लाह ताला ने खास अपनी तरफ से एक जहन्नम की आग तैयार की है और उसका नाम हुतामा है वो आग दुनिया की आग की तरह अंधी नहीं होगी की सब को जला दें बल्कि वह एक एक मुजरिम के दिल तक पहुंचेगी उसके जुर्म की लेवल को पता करेगी उस दिल में जहां उनकी नापाक ख्वाहिशें पलती रही वहां तक सजा देगी, हर एक को उसके लेवल के मुताबिक जहन्नम में मुजरिमों को डालकर उस पर उस आग को बंद कर दिया जाएगा और मुजरिम को लंबे-लंबे खंभों से बांधकर दिया जाएगा और वो जरा भी हिल नहीं सकेंगे और ना ही उनके आजाब में कमी होगी वहां कोई और दरवाजा नहीं होगा कि वहां से बाहर निकल भाग निकलने का कोई सवाल पैदा हो सके आग लंबे-लंबे खंभों की शक्ल में उठ रही होगी बल्कि वह हमेशा हमेशा इसी आग में झुलसते रहेंगे।
तो आज के इस टॉपिक Surah humaza in hindi with translation पर हमने सूरह हमजा का तर्जुमा और तफसीर के बारे में जाना,तो कैसे लगा आपको यह टॉपिक कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं और अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें.
Jazakallahu Khair